सुरनाणा की कौशल्या तर्ड ने राज्य स्तरीय खो-खो में बीकानेर का किया गौरवपूर्ण प्रतिनिधित्व

ट्रिपल एस ओ न्यूज, सुरनाणा। ग्रामीण अंचल की प्रतिभाएं आज किसी भी मंच पर पीछे नहीं हैं, इसका जीवंत उदाहरण लूणकरणसर उपखंड के सुरनाणा गांव की होनहार छात्रा कौशल्या तर्ड ने प्रस्तुत किया है। डॉ. राधाकृष्णन पब्लिक उच्च माध्यमिक विद्यालय, दुलमेरा में अध्ययनरत कौशल्या का चयन 44वीं राज्य स्तरीय खो-खो प्रतियोगिता में होने से न केवल विद्यालय, बल्कि पूरे सुरनाणा गांव एवं बीकानेर जिले में हर्ष का वातावरण है।

सुरनाणा की कौशल्या तर्ड ने राज्य स्तरीय खो-खो में बीकानेर का किया गौरवपूर्ण प्रतिनिधित्व
सुरनाणा की कौशल्या तर्ड ने राज्य स्तरीय खो-खो में बीकानेर का किया गौरवपूर्ण प्रतिनिधित्व


कौशल्या ने बीकानेर जिले की बालिका वर्ग टीम का प्रतिनिधित्व करते हुए उत्कृष्ट फुर्ती, रणनीति और टीम भावना का प्रदर्शन किया। यह राज्य स्तरीय प्रतियोगिता सीकर जिले के सबलपुरा स्थित एसबीएस एजुकेशन ग्रुप में आयोजित हुई, जिसमें राजस्थान के विभिन्न जिलों से चयनित श्रेष्ठ खिलाड़ी शामिल हुईं। इस उच्च स्तरीय प्रतियोगिता में चयन होना स्वयं में बड़ी उपलब्धि मानी जाती है।

बीकानेर जिले से 12 बालिकाओं का चयन, कड़ी प्रतिस्पर्धा में दिखाया दम

बीकानेर जिले से कुल 12 बालिकाओं को राज्य स्तर पर खेलने का अवसर प्राप्त हुआ। इन सभी खिलाड़ियों ने कठिन अभ्यास, अनुशासन और निरंतर मेहनत के बल पर जिले का प्रतिनिधित्व किया। प्रतियोगिता के दौरान इन बालिकाओं ने तेज गति, सटीक पकड़ और बेहतर तालमेल का परिचय देते हुए दर्शकों एवं निर्णायकों को प्रभावित किया।

प्रतियोगिता में भाग लेने वाली खिलाड़ी—
कौशल्या तर्ड, पूजा, शोभा, बबलू, द्रोपती, आइना, माया गोदारा, मोनिका स्वामी, निरमा गोदारा, अनसूइया, किरण खाती एवं पूजा गोदारा—ने अपने उत्कृष्ट खेल प्रदर्शन से न केवल बीकानेर जिले, बल्कि अपने-अपने गांव और विद्यालयों का नाम रोशन किया।

विद्यालय एवं शिक्षकों का रहा अहम योगदान

इस सफलता के पीछे विद्यालय के शिक्षकों और प्रशिक्षकों की मेहनत भी सराहनीय रही। संस्था प्रधान हनुमान सिंह पंवार, सुरेंद्र सिंह भाटी, शारीरिक शिक्षक बृजलाल मुंड, किशन स्वामी एवं शारीरिक शिक्षक गोरधन खिलेरी ने बताया कि चयनित बालिकाओं ने नियमित अभ्यास, अनुशासन और आत्मविश्वास के साथ तैयारी की। शिक्षकों ने कहा कि यह उपलब्धि विद्यालयों में खेल संस्कृति को मजबूत करने के साथ-साथ अन्य छात्राओं के लिए प्रेरणा बनेगी।

ग्रामीण बेटियां बना रहीं पहचान

कौशल्या तर्ड की इस उपलब्धि ने यह साबित कर दिया है कि संसाधनों की सीमाओं के बावजूद ग्रामीण क्षेत्र की बेटियां कड़ी मेहनत और लगन से राज्य स्तर तक पहुंच सकती हैं। गांव सुरनाणा में कौशल्या की सफलता पर अभिभावकों, ग्रामीणों और विद्यालय परिवार में गर्व एवं उत्साह का माहौल है।

विद्यालय प्रबंधन एवं ग्रामीणों ने उम्मीद जताई कि भविष्य में भी कौशल्या सहित क्षेत्र की अन्य बेटियां राष्ट्रीय स्तर पर भी अपनी प्रतिभा का परचम लहराएंगी और खेल जगत में बीकानेर जिले का नाम और ऊंचा करेंगी।


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