ट्रिपल एस ओ न्यूज। सुरनाणा–लूणकरणसर उपखंड के शुभम बाल विद्या मंदिर उच्च माध्यमिक विद्यालय, खारी के लिए यह गर्व का विषय है कि विद्यालय की पांच होनहार छात्राओं ने 44वीं राज्य स्तरीय खो-खो प्रतियोगिता में चयनित होकर न केवल विद्यालय बल्कि पूरे गांव और क्षेत्र का नाम रोशन किया है। इन प्रतिभाशाली छात्राओं ने बीकानेर जिले की बालिका वर्ग टीम में शामिल होकर राज्य स्तर पर अपने खेल कौशल, अनुशासन और मेहनत का उत्कृष्ट परिचय दिया।
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| खारी के शुभम बाल विद्या मंदिर की 5 छात्राओं ने राज्य स्तरीय खो-खो में बढ़ाया क्षेत्र का मान |
यह प्रतिष्ठित 44वीं राज्य स्तरीय खो-खो प्रतियोगिता राजस्थान के सीकर जिले के सबलपुरा स्थित एसबीएस एजुकेशन ग्रुप परिसर में आयोजित की गई। प्रतियोगिता में प्रदेश के विभिन्न जिलों से चयनित सर्वश्रेष्ठ बालिका खिलाड़ियों ने भाग लिया। उच्च स्तरीय प्रतिस्पर्धा और कड़े मुकाबलों के बीच बीकानेर जिले से कुल 12 बालिकाओं का चयन हुआ, जिन्होंने जिले का प्रतिनिधित्व करते हुए शानदार प्रदर्शन किया।
बीकानेर टीम में शुभम बाल विद्या मंदिर, खारी के साथ-साथ मां गायत्री विद्यालय, खिंयेरा की छात्राओं ने भी अहम भूमिका निभाई। प्रतियोगिता में भाग लेने वाली खिलाड़ी— पूजा, शोभा, बबलू, द्रोपती, आइना, माया गोदारा, मोनिका स्वामी, निरमा गोदारा, अनसूइया, किरण खाती, पूजा गोदारा सहित कुल 12 छात्राओं ने अपने उत्कृष्ट तालमेल, फुर्ती, रणनीति और खेल भावना से दर्शकों व निर्णायकों को प्रभावित किया।
राज्य स्तर की इस प्रतियोगिता में भाग लेना ही नहीं, बल्कि कड़ी प्रतिस्पर्धा के बीच चयनित होना ग्रामीण अंचल की छात्राओं के लिए बड़ी उपलब्धि मानी जा रही है। इन छात्राओं की मेहनत, नियमित अभ्यास और समर्पण ने यह सिद्ध कर दिया है कि संसाधनों की सीमाओं के बावजूद ग्रामीण क्षेत्र की बेटियां भी बड़े मंच पर अपनी प्रतिभा का प्रदर्शन करने में सक्षम हैं।
छात्राओं की इस ऐतिहासिक उपलब्धि पर गांव खारी सहित आसपास के ग्रामीण क्षेत्रों में हर्ष और गर्व का माहौल है। अभिभावकों, ग्रामीणों, खेल प्रेमियों एवं सामाजिक संगठनों ने छात्राओं को शुभकामनाएं देते हुए उनके उज्ज्वल भविष्य की कामना की है।
विद्यालय के संस्था प्रधान हनुमान सिंह पंवार, सुरेन्द्र सिंह भाटी तथा शारीरिक शिक्षक बृजलाल मुंड ने इस सफलता का श्रेय छात्राओं की निरंतर मेहनत, अनुशासन और विद्यालय में विकसित की गई खेल संस्कृति को दिया। उन्होंने बताया कि विद्यालय द्वारा नियमित रूप से खेल अभ्यास, शारीरिक प्रशिक्षण एवं प्रतियोगिताओं में भाग लेने के लिए छात्राओं को प्रोत्साहित किया जाता है।
विद्यालय प्रशासन ने कहा कि यह उपलब्धि आने वाली पीढ़ियों के लिए प्रेरणास्रोत बनेगी तथा इससे ग्रामीण क्षेत्र में खेलों के प्रति जागरूकता और सहभागिता बढ़ेगी। उन्होंने विश्वास जताया कि भविष्य में भी विद्यालय की छात्राएं जिला, राज्य एवं राष्ट्रीय स्तर पर उत्कृष्ट प्रदर्शन कर क्षेत्र का नाम रोशन करेंगी।

