शहीद मेजर पूर्ण सिंह “वीर चक्र” के 60वें शहादत दिवस पर शहर ने दी भावपूर्ण श्रद्धांजलि

ट्रिपल एस ओ न्यूज, बीकानेर। राष्ट्रभूमि की रक्षा के लिए अपना सर्वस्व न्यौछावर करने वाले वीर सपूतों को सम्मानित करना ही सच्ची राष्ट्रसेवा है—मेजर पूर्ण सिंह “वीर चक्र” के 60वें शहादत दिवस के उपलक्ष्य में बीकानेर के मेजर पूर्ण सिंह स्टैच्यू सर्किल पर आयोजित विशाल श्रद्धांजलि सभा में यह संदेश पूरे शहर में गूंजता रहा। गौरव सेनानी एसोसिएशन बीकाणा द्वारा आयोजित यह कार्यक्रम शौर्य, त्याग और राष्ट्रप्रेम का अद्भुत संगम बन गया।

शहीद मेजर पूर्ण सिंह “वीर चक्र” के 60वें शहादत दिवस पर शहर ने दी भावपूर्ण श्रद्धांजलि
शहीद मेजर पूर्ण सिंह “वीर चक्र” के 60वें शहादत दिवस पर शहर ने दी भावपूर्ण श्रद्धांजलि

वीरता को नमन—एवीएम महावीर सिंह शेखावत का उद्बोधन

समारोह की अध्यक्षता करते हुए एयर वाइस मार्शल महावीर सिंह शेखावत ने कहा कि “शहीद के प्रति सम्मान मात्र औपचारिकता नहीं, बल्कि राष्ट्र के प्रति हमारी जिम्मेदारी का प्रतीक है।” उन्होंने मेजर पूर्ण सिंह के साहस, नेतृत्व क्षमता और रणकौशल को याद करते हुए कहा कि देश उनके बलिदान का सदैव ऋणी रहेगा।

शहीद मेजर पूर्ण सिंह “वीर चक्र” के 60वें शहादत दिवस पर शहर ने दी भावपूर्ण श्रद्धांजलि
शहीद मेजर पूर्ण सिंह “वीर चक्र” के 60वें शहादत दिवस पर शहर ने दी भावपूर्ण श्रद्धांजलि

1965 युद्ध की शौर्यगाथा—कर्नल मोहन सिंह धूपालिया ने किया विस्तृत वर्णन

समारोह में बोलते हुए कर्नल मोहन सिंह धूपालिया ने 1965 के भारत–पाक युद्ध के महत्वपूर्ण क्षणों को स्मरण कराया। उन्होंने बताया कि मेजर पूर्ण सिंह ने सीमावर्ती मोर्चों पर अपने अद्वितीय साहस और रणकुशलता से देश की रक्षा में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। उनकी वीरता के अनेक प्रसंगों को सुनकर उपस्थित जनमानस भावुक हो उठा।

पूर्व सैन्य अधिकारियों का सम्मानित संबोधन

श्रद्धांजलि सभा में कर्नल हेम सिंह शेखावत सहित बीकानेर के अनेक वरिष्ठ पूर्व सैनिकों ने अपने विचार रखे। उन्होंने कहा कि मेजर पूर्ण सिंह जैसे योद्धा केवल सीमाओं की रक्षा नहीं करते, बल्कि आने वाली पीढ़ियों को राष्ट्रसेवा की प्रेरणा भी देते हैं।

वीरांगनाओं का सम्मान—शॉल एवं स्मृति चिन्ह प्रदान

समारोह का विशेष आकर्षण वीरांगनाओं का सम्मान रहा। शहीद सैनिकों की पत्नियों और परिवारजन को मंच पर शॉल ओढ़ाकर एवं स्मृति चिन्ह भेंट कर सम्मानित किया गया। इस भावुक क्षण के दौरान उपस्थित नागरिकों ने तालियों की गड़गड़ाहट से वीर परिवारों का मनोबल बढ़ाया।

गार्ड ऑफ ऑनर—वातावरण गूंजा ‘अमर रहे’ के नारों से

जयपुर से विशेष रूप से पहुंचे 13 ग्रेनेडीयर यूनिट के जवानों ने शहीद की प्रतिमा पर “गार्ड ऑफ ऑनर” दिया। सैनिक बैंड की धुनों के साथ प्रस्तुत सैन्य सलामी ने पूरे वातावरण को राष्ट्रभक्ति से सराबोर कर दिया। जवानों की अनुशासनयुक्त प्रस्तुति ने समारोह में उपस्थित हर व्यक्ति को गौरवान्वित कर दिया।

देशभक्ति गीत और कविता से भरा जोश

कार्यक्रम में क़ासिम पठान ने अपने दमदार देशभक्ति गीतों से माहौल को ऊर्जावान किया। वहीं कवि केसरी सिंह मोटासर ने शहीदों पर लिखी अपनी मार्मिक, स्वरचित कविता सुनाकर श्रोताओं की आंखें नम कर दीं।

शहीद के सुपुत्र रणजीत सिंह बीका ने किया स्वागत एवं आभार व्यक्त

मेजर पूर्ण सिंह के पुत्र रणजीत सिंह बीका ने उपस्थित अतिथियों का स्वागत करते हुए कहा—“मेरे पिता को मिला यह सम्मान सिर्फ हमारे परिवार के लिए नहीं, बल्कि पूरे बीकानेर और देश के लिए गौरव है।” उन्होंने कार्यक्रम में उपस्थित प्रमुख सैन्य अधिकारियों, सामाजिक कार्यकर्ताओं, शिक्षकों, छात्रों और नागरिकों का विशेष धन्यवाद व्यक्त किया।

उन्होंने बताया कि समारोह में ब्रिगेडियर एम.एल. वर्मा, कर्नल महेंद्र सिंह, कर्नल आर.एस. बीका, कर्नल देवी सिंह, कर्नल दिग्विजय सिंह, कर्नल प्रभु सिंह, उदयभान सिंह, नगेंद्र पाल सिंह शेखावत, करण प्रताप सिंह सिसोदिया, एम.पी. सिंह सोइन सहित अनेक गणमान्य लोग उपस्थित रहे।
शहीद मेजर पूरन सिंह उच्च माध्यमिक विद्यालय के छात्र-छात्राएँ, एनसीसी कैडेट, शिक्षक व प्राचार्यों की उपस्थिति ने कार्यक्रम को और अधिक गरिमामय बनाया।

समर्पण और श्रद्धा के साथ सम्पन्न हुआ कार्यक्रम

समारोह के अंत में मंच संचालन कर रहे प्रदीप सिंह चौहान ने सभी उपस्थितजन, सैन्य अधिकारियों, समाजसेवियों और मातृशक्ति का आभार व्यक्त किया। उन्होंने कहा कि मेजर पूर्ण सिंह का बलिदान सदैव हमें राष्ट्रधर्म के प्रति जागरूक रखेगा।


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