ट्रिपल एस ओ न्यूज, बीकानेर। राजस्थान प्रदेश कांग्रेस कमेटी ओबीसी विभाग एवं चिकित्सा विभाग के संयुक्त तत्वावधान में आज गांधी प्रतिमा के समक्ष राजस्थान में बिगड़ती कानून व्यवस्था को लेकर मौन व्रत रखा गया।
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| राजस्थान में बिगड़ती कानून व्यवस्था के विरोध में गांधी प्रतिमा के समक्ष मौन व्रत |
कार्यक्रम के संयोजक एवं ओबीसी विभाग के प्रदेश सचिव मनोज चौधरी ने बताया कि मौन व्रत का उद्देश्य राज्य में बढ़ते अपराधों, लूट, हत्या, बलात्कार और डकैती की घटनाओं के विरोध में जनता की आवाज़ उठाना था।
राजस्थान के पूर्व गृह मंत्री वीरेंद्र बेनीवाल ने कहा कि “जब से प्रदेश में भाजपा की सरकार बनी है, अपराधों में तेजी से बढ़ोतरी हुई है। मुख्यमंत्री और गृह मंत्री पूरी तरह निष्क्रिय हैं, जिससे जनता में भय का वातावरण व्याप्त है।”
यूआईटी के पूर्व चेयरमैन हाजी मकसूद अहमद ने कहा कि “राज्य की ‘पर्ची सरकार’ ने जनता को असुरक्षित कर दिया है। लोग घरों में बैठने को मजबूर हैं, क्योंकि उन्हें नहीं पता कि कब उनके साथ कोई अप्रिय घटना घट जाए।”
महिला अध्यक्ष शांति बेनीवाल ने कहा कि “भाजपा सरकार में महिलाएं और बच्चियां असुरक्षित हैं। कानून-व्यवस्था के नाम पर यह सरकार प्रदेश के माथे पर एक धब्बा बन चुकी है।”
मनोज चौधरी ने आगे कहा कि “राजस्थान में अब हालात ऐसे हो गए हैं कि पुलिस थानों पर लिखा नारा ‘आमजन में विश्वास, अपराधियों में भय’ उलट गया है — अब अपराधियों में विश्वास और आमजन में भय नजर आता है।”
चिकित्सा प्रकोष्ठ के डॉ. पी.के. शरीन ने कहा, “जब न्याय देने वाले ही सुरक्षित नहीं हैं, तो आम नागरिकों की सुरक्षा की कल्पना कैसे की जा सकती है।”
इस मौन व्रत में प्रदेश कांग्रेस के अनेक वरिष्ठ पदाधिकारियों और कार्यकर्ताओं ने भाग लिया। जिनमें प्रमुख रूप से जयदीप सिंह जावा (प्रदेश महासचिव, सोशल मीडिया विभाग), नितिन वात्स (पूर्व संगठन महासचिव), गोपीराम बिश्नोई (मंडल अध्यक्ष), गोवर्धन लाल मीणा (एसटी अध्यक्ष), अर्जुनराम कूकना (पूर्व ब्लॉक अध्यक्ष), आशा देवी स्वामी, यूनुस अली (महासचिव), अब्दुल रहमान लोदरा, हंसराज बिश्नोई, दुलाराम बेनीवाल, भागीरथ भाभू, भीखाराम मेघवाल, अंकुर शुक्ला (सचिव, यूथ कांग्रेस), एडवोकेट एजाज पठान, डॉ. हैदर मिर्जाबेग, एडवोकेट जितेंद्र शर्मा, एडवोकेट जितेंद्र नायक, एडवोकेट संजय गोयल, राजेश पुनिया, टिकुराम मैगवंशी, विकास रावत, कुलदीप भोजक, दिनेश मीणा, मुरलीधर पन्नू, तथा देहात कांग्रेस सेवादल के पदाधिकारी उपस्थित रहे।
सभी कार्यकर्ताओं ने मौन व्रत रखकर राजस्थान सरकार की विफल कानून-व्यवस्था के खिलाफ अपना विरोध दर्ज कराया।

