ट्रिपल एस ओ न्यूज़, बीकानेर। शीतला गेट स्थित शांति विद्या निकेतन माध्यमिक विद्यालय द्वारा विश्व गौरैया दिवस के उपलक्ष्य में शाला की करूणा क्लब इकाई तथा स्काउट गाइड ईको क्लब के सदस्यों ने बड़े धूमधाम से मनाया। कार्यक्रम की अध्यक्षता करूणा क्लब के शिक्षाअधिकारी एवं शिक्षाविद् श्रीमान घनश्याम साध ने की। शाला प्रधान श्री हनुमान छींपा ने बताया कि विश्व गौरैया दिवस प्रतिवर्ष 20 मार्च को मनाया जाता है। यह दिवस भारत सहित दुनिया के समस्त देशों में मनाया जा रहा है।
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विश्व गौरैया दिवस मनाकर विद्यार्थियों को बताया जीव दया का उद्देश्य |
इसकी शुरुआत नासिक के मोहम्मद दिलावर ने नेचर फॉरएवर सोसायटी तथा फ्रांस के ईकोसिस एक्शन फाउंडेशन के सहयोग से 2010 में पहली बार मनाया गया। कार्यक्रम की अध्यक्षता कर रहे करूणा क्लब बीकानेर के शिक्षाअधिकारी श्री घनश्याम साध ने अपने संबोधन के दौरान बताया कि गौरैया जो कि पृथ्वी का सबसे पुराना पक्षी है, वर्तमान में शहरीकरण, पेड़ों की अंधाधुंध कटाई के कारण गौरैया की संख्या बहुत कम हो गई है। अतः हम सभी को मिलकर गौरैया का सरंक्षण नियमितता से करना चाहिए। इस अवसर पर शाला की बालिका मानवी सोलंकी द्वारा लिखित आलेख "प्रकृति के नन्हे दूत" का वाचन शाला के करुणा क्लब प्रभारी सौरभ बजाज ने किया। शाला के संस्थापक एवं कब मास्टर श्री रमेश कुमार मोदी ने बताया गौरैया की लगभग 26 प्रजातियां है, जिसमें हमारे देश में 5 प्रजातियां पाई जाती है। साथ ही बताया कि आज गौरैया दिवस के विशेष कार्यक्रम पर कई विद्यार्थियों ने अपने विचार व्यक्त किए। शाला की करूणा क्लब की बालिका मानवी सोलंकी और शैली सोलंकी ने अपने हाथों से तैयार वेस्ट डिब्बों के घोंसले और अपने परिवार की तरफ से लोहे के पींपे से बना चुग्गा पानी रखने का स्टैंड शाला को भेंट किया। जिसे शाला के छत पर श्रीमान घनश्याम जी साध द्वारा लगा दिया गया। शाला के करूणा क्लब प्रभारी सौरभ बजाज ने बताया कि इस अवसर पर चित्रकला प्रतियोगिता एवं प्रश्न मंच का आयोजन भी किया गया जिसमें कक्षा 3 से 9वीं तक के 34 विद्यार्थियों ने चित्रकला प्रतियोगिता में अपनी सक्रिय भागीदारी निभाई। जिसमें 12 विद्यार्थियों को अव्वल स्थान पर रहने हेतु पुरस्कृत किया गया। कार्यक्रम का संचालन शाला के करुणा क्लब प्रभारी सौरभ बजाज ने किया।