आयुक्त देवस्थान विभाग, उदयपुर ने हनुवंतसिंह आदि की अपील स्वीकार कर बीकानेर राजपरिवार की ट्रस्टों में नए ट्रस्टीगण लेने के आदेश को निरस्त किया।

ट्रिपल एस ओ न्यूज़, बीकानेर। सहायक आयुक्त देवस्थान, बीकानेर ने दिनांक 27.05.2024 को बीकानेर राजपरिवार द्वारा स्थापित ट्रस्टों में प्रिसेंस राज्यश्री कुमारी, प्रिंसेस मधुलिका कुमारी जी, ठा. हनुवंतसिंहजी सहित अन्य ट्रस्टीगण को हटाकर उनकी जगह नए ट्रस्टी नियुक्ति करने का एक विधि विरुद्ध आदेश जारी किया था।

आयुक्त देवस्थान विभाग, उदयपुर ने हनुवंतसिंह आदि की अपील स्वीकार कर बीकानेर राजपरिवार की ट्रस्टों में नए ट्रस्टीगण लेने के आदेश को निरस्त किया।
आयुक्त देवस्थान विभाग, उदयपुर ने हनुवंतसिंह आदि की अपील स्वीकार कर बीकानेर राजपरिवार की ट्रस्टों में नए ट्रस्टीगण लेने के आदेश को निरस्त किया।

उक्त आदेश के खिलाफ आयुक्त देवस्थान विभाग, उदयपुर के समक्ष ट्रस्टों के वर्किंग ट्रस्टी ठा. हनुवंतसिंहजी द्वारा एक अपील दायर की गई जिसे श्रीमान् आयुक्त महोदय ने दिनांक 30 दिसम्बर 2024 को आदेश जारी कर सहायक आयुक्त देवस्थान विभाग, बीकानेर के आदेश दिनांक 27.05.2024 को निरस्त कर दिया फलतः इन ट्रस्टों में 27.05.2024 से पूर्व की स्थति बहाल होकर सहायक आयुक्त देवस्थान विभाग में पूर्व में दर्ज प्रविष्ठियां बाबत् ट्रस्टीयान प्रभावशील हो गई।

सहायक आयुक्त ने अपने आदेश में निम्न आधारों पर पुराने ट्रस्टीगण को हटाकर नए ट्रस्टी लिए थेः

1. सिद्धि कुमारी को परिवार की वरिष्ठ सदस्या माना

2. वर्किंग ट्रस्टी ठा. हनुवंतसिंह जी की हस्ताक्षर को फर्जी माना

3. राजमाता साहब की वसीयत से पुराने ट्रस्टी को हटाना व नए ट्रस्टी लेना


आयुक्त देवस्थान विभाग, उदयपुर ने उपरोक्त समस्त आधारों, उपलब्ध दस्तावेजों तथा दोनो पक्षों की बहस सुनने व हाई कोर्ट, जोधपुर की शख्त टिप्पणी को ध्यान में रखते हुए सहायक आयुक्त देवस्थान, बीकानेर के निर्णिय दिनांक 27.05.2024 को विधिसम्मत नहीं मानते हुए निरस्त कर निम्न निष्कर्ष निकाला किः

1. प्रिंसेस राज्यश्री कुमारी बीकानेर राजपरिवार की वरिष्ठ सदस्या हैं।

2. ठा हनुवंतसिंह जी के हस्ताक्षरों को बिना साक्ष्य के गलत नहीं माना जा सकता।

3. ट्रस्टों का संचालन ट्रस्ट डीड से होता है ना कि वसीयत से अतः राजमाता सुशीला कुमारी जी की वसीयत उनकी व्यक्तिगत सम्पतियों की हद तक हो सकती हैं ट्रस्टों के संचालन में वसीयत का कोई लेना देना नहीं।

ट्रस्टों की अध्यक्षा प्रिंसेस राज्यश्री कुमारी जी व समस्त ट्रस्टीगण ने प्रैस / मिडिया एवं आमजन की भावना व कठिन समय में सहयोग के लिए आभार व्यक्त करते हुए विश्वास दिलाया कि महाराजा डॉ करणीसिंहजी द्वारा स्थापित ट्रस्टों के माध्यम से वे पहले की भाँती लोकहितार्थ व जनकल्याणकारी कार्यों को निरन्तर करते रहेंगे।


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