विश्व एड्स दिवस के अवसर पर रंगोली और कैंडल मार्च के जरिये जागरूकता कार्यक्रम का आयोजन किया

ट्रिपल एस ओ न्यूज़, बीकानेर। बीकानेर नेटवर्क फॉर पीपुल्स लिविंग विथ एच्,आई .वी संस्थान द्वारा  विश्व एड्स दिवस की पूर्वसंध्या पर   उन लोगो को श्रधान्जली दी गयी जो इस संक्रमण के कारण जाने अनजाने इस दुनिया से चले गये। कार्यक्रम का आयोजन पब्लिक पार्क स्थित शहीद स्मारक पर  किया गया। कार्यक्रम की शुरुवात संस्था अध्यक्ष श्रीमति लक्ष्मी सुथार ने सभी आगुन्तको को  रेड रिबन लगाकर कीया। संस्था अध्यक्ष ने बताया की  विश्व एड्स दिवस के दिन आमजन को भी एच्,आई .वी के संक्रमण के बारे में जागरूक किया जाना चाहिये  क्योकि जागरूकता के बिना एच्,आई .वी./एड्स की रोकथाम संभव नहीं है, संस्थान द्वारा रंगोली बनाकर जागरूकता का सन्देश दिया।

विश्व एड्स दिवस के अवसर पर रंगोली और कैंडल मार्च के जरिये  जागरूकता कार्यक्रम का आयोजन किया
विश्व एड्स दिवस के अवसर पर रंगोली और कैंडल मार्च के जरिये  जागरूकता कार्यक्रम का आयोजन किया

1 दिसंबर को पुरे विश्व में विश्व एड्स दिवस मनाया जाता है, यह दिन उन सभी को समपित किया जाता है, जिनको हम एचआईवी/एड्स की वजह से खो चुके है, 1 दिसम्बर उन सभी दिवंगत लोगो को समान देने का दिन है, इस वर्ष 36 वें "विश्व एड्स दिवस" मना रहे है जिसका उद्देश्य “"टेक द राईट पाथ, माई हेल्थ माई राईट" है।

संस्थान कोषाध्यक्ष डीएल स्वामी ने बताया की इस वर्ष विश्व एड्स दिवस की थीम ""Take the Rights Path, My Health My Right" " है,  इस थीम के तहत एचआईवी से संक्रमित व्यक्तियों के स्वास्थ्य अधिकारों पर विशेष जोर दिया जाएगा है, जिसमे  2030 तक एड्स को समाप्त करने के लिए राज्य स्तर पर राजस्थान स्टेट एड्स कंट्रोल सोसायटी, जिला स्तर पर एआरटी केंद्र, बीकानेर और बीकानेर नेटवर्क फॉर पीपुल्स लिविंग विथ एचआईवी संस्थान द्वारा एक अभियान चलाया जा रहा है जो "मेरा स्वास्थ्य मेरा अधिकार"  अभियान है।

एचआईवी समुदाय को भी आमजन की तरह स्वास्थ्य सेवाओ का लाभ मिले, एचआईवी संक्रमण के कारण जो समुदाय को स्वास्थ्य सेवाओ से वंचित किया जाता है।  इस  असमानताओ को समाप्त करना है, इससे ही  एड्स को समाप्त कर, महामारी को समाप्त कर सकते है, समुदाय को  समानपूर्ण व्यवहार कर, समान अधीकार देने से समुदाय को एचआईवी के साथ उपचारपूर्ण करते हुये जीवन जीने का होसला मिलेगा। संस्थान इसी दिशा में कार्य करते हुए एचआईवी से जुड़े कलंक और भेदभाव को समाप्त करते हुए एचआईवी/एड्स समुदाय को समाजिक कल्याणकारी योजनाओ से जोड़कर मुख्यधारा में शामिल कर रहा है।  

कार्यक्रम समन्वयक विक्रम सिंह ने बताया की बहुत से भ्रम और भ्रांतियों के कारण ही एचआईवी से संक्रमित व्यक्ति दुर्व्यवहार का शिकार हो जाता है जबकि साथ बैठने से, साथ खाने से,  हाथ मिलाने से, मच्छर काटने से, साथ कार्य करने से, साथ खेलने से, एक ही शोचालय का प्रयोग करने से एचआईवी नही फैलता है।  अत: एच्,आई .वी से संक्रमित व्यक्ति के साथ कोई भी भेदभाव ना करे और बेहतर इलाज और सकारात्मक जीवन शैली अपनाने की और अग्रसर करे।   

सीएससी  कार्यकर्ता प्रतिमा तिवारी ने बताया की  एच्,आई .वी./एड्स का बचाव ही उपचार है हमे अपने साथी के प्रति वफादार रहना चाइये उचित परिवार नियोजन साधनों का प्रयोग करना चाइये साथ ही समय –समय पर अपनी एच्.आई.वी. की जाँच करवानी चाइये ,  इसके साथ –साथ एआरटी दवा का नियमित इस्तेमाल जरुरी  है।

   आज के इस कार्यकम में, संस्थान अध्यक्ष लक्ष्मी सुथार, संस्था कोषाध्यक्ष डी.एल. स्वामी  सीएससी प्रोजेक्ट के कोऑर्डिनेटर श्रीमान विक्रम सिंह, ओमप्रकश सुथार, प्रतिमा तिवारी, कपिल बिश्नोई,  शोभा सुथार, टीआई कार्यक्रम के प्रोग्राम मेनेजर रविंदर जी, पियर कार्यकर्ता  मेघराज गहलोत,   मोहित सिंह, मुकेश मीणा, राजेश गहलोत  एंव आमजन  उपस्थित थे।

विश्व एड्स दिवस पर संस्थान  कार्यक्रम आयोजित कर समाज में एचआईवी/एड्स के प्रति जागरूकता बढ़ाने और संक्रमित व्यक्तियों के प्रति संवेदनशीलता लाने का एक महत्वपूर्ण प्रयास कर रहा है ।

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